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11 साल बाद जेल से निकला शहाबुद्दीन

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सीवान के चर्चित तेजाब कांड मामले में हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन शनिवार सुबह भागलपुर के विशेष केन्द्रीय कारा से रिहा कर दिए गए। इसके पहले सुबह पौने पांच बजे सीवान जेल के कक्षपाल रामजी कुमार शहाबुद्दीन का रिलीज आर्डर लेकर जेल पहुंचे थे। उसके बाद घंटे भर में जेल प्रशासन ने रिहाई की कागजी कार्रवाई पूरी कर ली।
सुबह सात बजे सुरक्षाकर्मियों के साथ शहाबुद्दीन जेल के तृतीय खंड सेल से पैदल मुख्य द्वार तक पहुंचे। वहां पर समर्थक शेरे बिहार शहाबुद्दीन जिंदाबाद के नारे लगाने लगे। समर्थकों ने उन्हें घेर लिया लेकिन धक्का मुक्की होते देख सुरक्षाकर्मियों ने समर्थकों को पीछे कर दिया। वहां पर रघुनाथपुर के विधायक हरिशंकर यादव, समस्तीपुर के विधायक मो. शाहिन, बेलहर के विधायक गिरधारी यादव और पूर्व एमएलसी परमात्मा राम समेत सीवान से आए राजद नेताओं ने शहाबुद्दीन का स्वागत किया।
कई नेताओं ने गुलदस्ता भेंटकर और माला पहनाकर बधाई दी। शहाबुद्दीन के साथ सेल्फी लेने के लिए समर्थकों के बीच मारामरी मची थी। हाथ उठाकर शहाबुद्दीन समर्थकों का स्वागत कर रहे थे। आधे घंटे बाद यानी साढ़े सात बजे करीब सौ चमचमाती गाड़ियों के साथ शहाबुद्दीन का काफिला विक्रमशिला सेतु के रास्ते सीवान के लिए रवाना हो गया।
इसके पहले सुबह छह बजे से ही समर्थकों की भीड़ जेल गेट के बाहर जुटने लगी थी। आधे घंटे बाद सड़क पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। 6:30 बजे सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर जेल के अंदर गए और बीस मिनट बाद बाहर निकलकर शहाबुद्दीन समथकों को गाड़ी जेल गेट पर लगाने को कहा। दस मिनट बाद शहाबुद्दीन पैदल जेल गेट पर पहुंच गए।
सीवान जिले से राजद के कई पदाधिकारी, प्रखंड प्रमुख व व्यवसायी भी शहाबुद्दीन के स्वागत के लिए भागलपुर पहुंचे थे। जेल अधिकारी ने कहा कि सीवान कोर्ट से रिलीज आर्डर मिलने के बाद पूर्व सांसद शहाबुद्दीन को रिहा कर दिया गया है। सीवान से वे यहां पर सामान्य बंदी के रूप में 19 मई को आए थे।
शहाबुद्दीन की रिहाई को लेकर जेल के बाहर सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। सुबह छह बजे से ही जिले के सोलह थानेदारों की टीम के साथ बीएमपी, रैफ व जिला बल के सौ जवानों को सुरक्षा के लिए लगा दिया गया था। इसके अलावा जीरो माइल, विक्रमशिला पुल और नवगछिया सड़क पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी। साथ में चार गाड़ियों पर सवार डीएसपी के नेतृत्व में सुरक्षा बल के जवान भी नवगछिया तक साथ गए।
शहाबुदद्ीन के समर्थकों की भारी संख्या और गाडियों की कतरार के कारण तिलकामांझी से जीरो माइल के बीच सड़क़ पर लंबा जाम लग गया था। घंटे भर तक जाम से लोगों को परेशानी हुई। कई स्कूली बसें भी जाम में फंस गई थी।
ट्रैफिक पुलिस कोशिश करने के बाद भी जाम नहीं छुड़ा पा रही थी। क्यों कि शहाबुदद्ीन समर्थकों की गाड़ियां सड़क पर ही खड़ी थी लेकिन शहाबुद्दीन के काफिले के रवाना होते जाम खत्म हो गया।
जेल के बाहर खड़े शहाबुद्दीन समर्थक मीडिया के प्रति नाराजगी व्यक्त कर रहे थे। कह रहे थे कि नीतीश और मीडिया के कारण साहब को ग्यारह साल तक जेल में रहना पड़ा। आज साहब के जेल से रिहा होने पर बिहार ही नहीं पूरे देश में खुशी का माहौल है। मीडिया समेत गलत करने वालों को साहब से डर बना रहेगा लेकिन कुछ लोग यह भी कह रहे थे कि साहब मीडिया से संबंध अच्छे बना लेंगे।

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