हज यात्रा के दौरान भगदड़ में 453 लोगों की मौत और 719 घायल
ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार September 24, 2015 , by ख़बरें आप तकपिछले एक दशक में वार्षिक हज के दौरान हुए सबसे भीषण हादसे में सउदी अरब के पाक मक्का शहर के निकट मीना में हज यात्रा के दौरान भगदड़ में आज कम से कम 453 लोगों की मौत हो गयी और 719 अन्य घायल हो गए। इस साल हज पर 1.5 लाख से ज्यादा भारतीयों सहित 20 लाख से ज्यादा यात्री गए हैं। इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों से खबर मिल रही है कि इस हादसे में 2 भारतीय भी घायल हुए हैं।
हालांकि सउदी नागरिक रक्षा प्रशासन ने कहा है कि हादसे के दौरान विभिन्न देशों के 310 लोगों की मौत हो गयी। मीना में भगदड़ के बाद बचाव अभियान चलाया जा रहा है। हज यात्रा के दौरान यहां तीन स्तंभों की ओर पत्थर फेंककर शैतान को पत्थर मारने की रस्म अदा की जाती है।
चश्मदीदों ने बताया कि स्ट्रीट 204 के निकट जमारत ब्रिज के प्रवेश द्वार के निकट यह भगदड़ हुयी ना कि उस क्षेत्र में जहां पर स्तंभों पर कंकड़ फेंके जाते है। घटनास्थल पर दो टीमें चिकित्सकीय जांच कर रही है। भगदड़ के कारणों का पता नहीं चला है।अल्पसंख्यक पैनल, आंध्रप्रदेश के अध्यक्ष आबिद रसूल खान ने बताया, मेरे शिविर में करीब 400 यात्री हैं। सभी सुरक्षित हैं। लेकिन मैं उन्हें कॉल कर अन्य लोगों की खैरियत जानने की कोशिश कर रहा हूं।
नागरिक रक्षा प्रशासन ने कहा है कि उसकी टीमें हज यात्रियों को भगदड़ स्थल से अलग वैकल्पिक रास्तों से सुरक्षित रास्तों तक ले जा रही है।
प्रशासन ने कहा है कि 220 एंबुलेंसों के साथ 4,000 लोग बचाव अभियान में जुटे हुए हैं।
घटनास्थल की टीवी फुटेज में दिखता है कि घटनास्थल पर घायल लोग गिरे पड़े हैं। फुटेज में महिलाओं और वृद्धों की चीख-पुकार सुनायी दे रही है। आज की भगदड़ में कम से कम 450 हज यात्री घायल हो गए। मीना में पहले भी बड़ी भगदड़ मचती रही है जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है।
वर्ष 2006 में मीना में शैतान को कंकड़ मारने की रस्म के दौरान मची भगदड़ में मारे गए 364 यात्रियों में कम से कम 51 भारतीय थे। इस महीने हज से ठीक पहले, मक्का की मस्जिद में एक क्रेन के गिरने से 11 भारतीयों सहित 115 लोगों की मौत हो गयी।
तुरंत देखे
-
कांग्रेस के चार लोकसभा सांसद मानसून सत्र के लिए निलंबित
July 25, 2022 -
-
-
-
-
-
ये नया बिहार है! हुमा कुरैशी की दमदार सीरीज का ट्रेलर जारी
August 1, 2022 -
-
-
रीसेंट कमेंट्स