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राज्यपाल कानून व्यवस्था पर करें हस्तक्षेप: एनडीए

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राज्य की कानून व्यवस्था के सवाल पर एनडीए का 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल रविवार की दोपहर राज्यपाल रामनाथ कोविन्द से मिला। नेताओं ने राज्यपाल कोविंद से कहा कि अपराध रोकने में राज्य सरकार विफल साबित हो रही है। प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह ध्वस्त हो गया है। अपराधी बेलगाम हो गए हैं।
शिष्टमंडल ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि बिहार में उत्पन्न अराजक स्थिति को रोकने के लिए वे अपने स्तर से हस्तक्षेप करें एवं बिहार के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक को कानून व्यवस्था एवं भयमुक्त माहौल बनाने के लिए निर्देशित करें। यह भी मांग की कि राज्यपाल बिहार की वर्तमान परिस्थितियों से राष्ट्रपति एवं केन्द्र सरकार को अवगत कराएं।
एनडीए नेताओं ने मुलाकात के बाद दावा किया कि राज्यपाल श्री कोविन्द ने संविधान सम्मत जो भी संभव होगा, करने का आश्वासन प्रतिनिधिमंडल को दिया। नेताओं ने राज्यपाल को 17 सदस्यीय मांगों का ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से सूबे में हुईं प्रमुख वारदातों का जिक्र करते हुए राज्य की स्थिति अराजक होने का दावा किया गया है।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने कहा कि राज्य में राष्ट्रपति शासन जैसे हालात हैं। मंगल पांडेय ने कहा कि सीएम सिर्फ आईवाश में लगे हैं। राज्यपाल से मिलने गए प्रतिनिधिमंडल में प्रतिनिधिमंडल में मंगल पाण्डेय, जीतन राम मांझी, डा. सीपी ठाकुर, पशुपति पारस, नन्दकिशोर यादव, प्रेम कुमार, चिराग पासवान, ललन पासवान, अश्विनी कुमार चौबे, विनोद नारायण झा, सत्यानंद शर्मा, सुखदा पाण्डेय, लालबाबू प्रसाद, संजय मयूख, उषा विद्यार्थी, ब्रजेश सिंह रमण, सूरज नंदन कुशवाहा, सुधीर कुमार शर्मा, संजीव चौरसिया, योगेन्द्र पासवान, अशरफ अंसारी, अशोक भट्ट शामिल थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मंगल पांडेय ने बताया कि एनडीए का 16 फरवरी को राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर आक्रोश मार्च एवं धरना होगा। भाजपा उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा सहित एनडीए नेताओं की हत्या एवं बिहार में बढ़ते अपराध के खिलाफ यह कार्यक्रम होगा। उधर लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष पशुपति पारस ने 16 फरवरी को एनडीए के आक्रोश मार्च और धरना को सफल बनाने का निर्देश सभी जिलाध्यक्षों को दिया है। पार्टी प्रवक्ता ललन चन्द्रवंशी ने बताया कि पटना में आक्रोश मार्च एवं धरना का नेतृत्व पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान करेंगे।
संगठित अपरोध रोकने में सरकार पूरी तरह विफह हो गई है। एके 47 जैसे अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है। दुखद पहलू यह है कि न तो मुख्य अभियुक्त पकड़े जा रहे और न हथियार बरामद हो रहे। राज्य में भय के माहौल में कोई कमी नहीं आ रही। ओझाजी की हत्या पर हमने 72 घंटै का अल्टीमेटम दिया है। बढ़ते अपराध पर एनडीए के नेता जल्द ही मिलकर संयुक्त कार्यक्रम बनाएंगे।

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