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याहू के बाद गूगल ने बकरियों को घास चरने का काम दिया है

स्पेशल रिपोर्ट

दुनिया की सबसे बड़ी सर्च इंजन गूगल के बारे में बहुत ही कम लोगों को पता होगा की कंपनी ने 200 बकरियों को बतौर कर्मचारी काम करती हैं। अमेरिका स्थित गूगल के माउंटेन व्यू मुख्यालय में इन बकरियों को घास चरने का काम दिया गया है। इन बकरियों को बाकायदा सैलरी के साथ अन्य सुविधाएं भी दी जाती हैं।
हफ्ते में एक बार यह बकरिया गूगल दफ्तर के लॉन की घास चरती हैं। इससे घास की ट्रिमिंग के साथ-साथ बकरियों का पेट भी भर जाता है। खुद गूगल ने अपने ब्लॉग पर बकरियों को काम देने की बात कही है। गूगल के इस कदम से जहां बकरियों की मौज है वहीं गूगल के कर्मचारी इको फ्रैंडली माहौल देने के लिए प्रबंधन का शुक्रिया अदा कर रहे हैं।
गूगल अपने दफ्तर के लॉन में घास की कटाई के लिए कटाई मशीन का प्रयोग नहीं होता। इससे निकलने वाले धुंए और आवाज से दफ्तर में इनोवेशन के काम कर रहे कर्मचारियों को परेशानी होती है। करीब 200 बकरियां नियमित रूप से गूगल के लॉन में छोड़ दी जाती है। वो कुछ ही घंटों में घास को सफाचट कर डालती है। हालांकि बकरियां केवल घास चरे और दफ्तर में न घुस जाएं इसके लिए बकरियों को लाने वाले चरवाहे को खास ट्रेनिंग दी गई है।
गूगल का कहना है कि वो अपने कर्मचारियों को हरियाली से भरे स्वच्छ वातावरण देना चाहता है। यूं भी कर्मचारियों को घास कटाई की मशीन की जगह बकरियों की आवाज ज्यादा सकून देती है। बकरियों से लॉन में घास की कटाई का काम सबसे पहले याहू ने 2007 में शुरू किया था जिसके बाद गूगल ने भी इस तरीके को अपनाया।

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