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मोदी बोले-नीतीश के नेतृत्व में एनडीए लड़ेगा चुनाव, सिद्दिकी ने कहा-आगे-आगे देखिये होता है क्या?

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राजनीति, सोमवार को कई रंगों में दिखी। केंद्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रहे। कमोबेश हर रंग का वास्ता उनको अपने साथ रखने और ऐसा दिखाने का रहा। सुशील मोदी ने नीतीश के नेतृत्व में अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कहकर भाजपा-जदयू के बीच जब-तब होने वाली खटपट और इससे जुड़े तमाम अटकलों को विराम दिया, तो राजद नेता सिद्दिकी ने भी नीतीश से अपना खूब सरोकार जताया। नीतीश, रविवार को दरभंगा के बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों के भ्रमण के दौरान सिद्दिकी के घर गए थे। इसने तरह-तरह की चर्चा की गुंजाइश बनाई थी।
डूबती नाव पर भला कौन सवारी करना चाहेगा?
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भाजपा और जदयू के बीच राजनीतिक कशमकश को खारिज करते हुए कहा-‘एनडीए अगले साल का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ेगा। लोकसभा की एक सीट पर सिमटने वाले महा गठबंधन की डूबती नाव पर भला कौन सवारी करना चाहेगा? मजबूत एनडीए की एकजुटता को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है।’ मोदी, सोमवार को विधानसभा में बिहार विनियोग विधेयक (संख्या 2) पर बोल रहे थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी बगल में बैठे थे। मोदी ने कहा-विधानसभा चुनाव 15 साल बनाम 15 साल के मुद्दे पर लड़ा जाएगा। जनता, तुलना करके तय करेगी कि 2005 के पहले के 15 साल और इसके बाद के 15 साल में किस सरकार ने बेहतर कार्य किया? लोग जानते हैं कि पहले के 15 साल वाली सरकार ने बिहार को श्मशान बनाकर छोड़ दिया था। 2004-05 में बजट मात्र 23885 करोड़ का था। 2019-20 का बजट 2 लाख 501 करोड़ रुपये का है।
सिद्दिकी ने कहा-इब्तिदा ए इश्क है, आगे-आगे देखिये होता है क्या?
राजद के वरीय नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने सीएम नीतीश कुमार से अपनी मुलाकात के मसले पर यह कहकर राजनीति आगे बढ़ा दी कि ‘इब्तिदा ए इश्क है रोता है क्या, आगे आगे देखिये होता है क्या?’ वह सोमवार को मीडिया से मुखातिब थे। खूब खुश थे। बहुत पूछने पर बोले-‘आप अटकलें लगाते रहें। राजनीतिक निहितार्थ निकालते रहें। एक तीर से कई शिकार हुए। मिथिलांचल के हमारे विरोधी गश खाकर गिर पड़े। प्रशासनिक महकमे ने बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने के मसले को अभियान के तौर पर लिया, तो भविष्य के कई राजनीतिक कयासों को भी पंख लगे। आप लोगों को तो नया मसाला मिला। हालांकि, सच्चाई यही है कि यह निहायत निजी मुलाकात थी।
हमारा इलाका बाढ़ पीड़ित है। मैं वहीं था। सीएम भी हालात का जायजा लेने आए। हम चाय पर मिले। बड़ा काफिला था। सबको बैठाने लायक घर में कुर्सियां भी नहीं थीं। हड़बड़ी में भूना काजू सर्व नहीं कर पाया।’ मुख्यमंत्री से क्या बातें हुईं, इस सवाल पर सिद्दीकी ने कहा-‘सौ फीसदी सच कहें या जो आप चाहते हैं वो कहें?’

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