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मैरीकॉम ने रचा इतिहास, एशियन गेम्स में ‘गोल्ड

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31 वर्षीय भारतीय स्टार मुक्केबाज व ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और पांच बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम ने एशियन गेम्स के 51 किलोग्राम फ्लाइवेट वर्ग में कजाकिस्तान की जाइना शेकेरबेकोवा को मात देकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। इसके साथ ही मैरीकॉम ने नया इतिहास रच दिया है। वो ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला मुक्केबाज बन गई हैं। पिछले एशियन गेम्स में मैरीकॉम ने कांस्य पदक अपने नाम किया था।
फाइनल मुकाबले में मैरी कॉम पूरी तरह से जाइना पर हावी दिखाई दीं। वहां मौजूद भारतीय प्रशंसकों के ‘मैरी, मैरी’ के नारों के बीच मैरी कॉम ने जाइना को शानदार अंदाज में मात दी। चार राउंड तक चले मुकाबले में तीन जजों के पैनल ने मैरी कॉम को 39, 38 और 39 अंक दिए जबकि जाइना को पहले जज ने 37, दूसरे जज ने 38 और तीसरे जज ने 37 अंक दिए।
इससे पहले, मंगलवार को सेमीफाइनल मुकाबले में अपने से उम्र में दस वर्ष छोटी थाईलैंड की बांग के खिलाफ मैरी कॉम पूरी तरह से हावी नजर आईं। पहले राउंड में वो थोड़ा संघर्ष करने के बाद जीतीं लेकिन दूसरे राउंड में उन्होंने जजों को पूरी तरह से प्रभावित किया और ये राउंड भी अपने नाम करने में सफलता हासिल की। इसके बाद तीसरे राउंड में दोनों मुक्केबाजों की फुर्ती बढ़ती नजर आई लेकिन मैरी कॉम ने इस राउंड में भी सभी जजों का दिल जीता और ये मुकाबला भी। पिछले एशियन गेम्स में उन्होंने कांस्य पदक जीता था जबकि ओलंपिक में उन्होंने एतिहासिक कांस्य पदक अपने नाम करते हुए भारत का नाम रोशन किया था।
– मैरी कॉम का शानदार इतिहास:
— 2012 लंदन ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता
– पांच बार विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल (2002, 2005, 2006, 2008, 2010)
– एशियन महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में चार गोल्ड मेडल (2003, 2005, 2010, 2012)
– एशियन गेम्स 2010 (ग्वांग्झू) में कांस्य पदक
– 2009 हेनोई इंडोर एशियन गेम्स के पिनवेट वर्ग में स्वर्ण पदक
– एशियन कप महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट के 2011 संस्करण में स्वर्ण पदक
– 2002 के विच कप के पिनवेट वर्ग में स्वर्ण पदक।

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