भभुआ के कांग्रेसी उम्मीदवार को लेकर विवाद शुरू,आपस में भिड़े पार्टी नेता
चुनाव, बिहार, लोक सभा, विधान सभा February 21, 2018बिहार में जहानाबाद और भभुआ सीट के लिए उपचुनाव होना है. दोनों सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवार खड़े हो रहे हैं. भभुआ सीट कांग्रेस के हिस्से में आया है और वहां पर शंभु पटेल को कांग्रेस ने टिकट देने का फैसला किया है. कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी द्वारा लिये गये इस फैसले के बाद से राजनीति शुरू हो गयी है. कांग्रेस के विधान पार्षद दिलीप चौधरी ने कांग्रेस के इस उम्मीदवार को चुनाव में जीरो पर आउट होने वाला करार दिया है. वहीं दूसरी ओर यह भी कहा है कि कांग्रेस वहां से इस उम्मीदवार को बल पर चुनाव नहीं जीत पायेगी. चौधरी का आरोप है कि इस उम्मीदवार को वहां से उतारने से पहले पार्टी के नेताओं से विचार विमर्श नहीं किया गया. दिलीप चौधरी का कहना है कि इस उम्मीदवार की भभुआ से जीत मुश्किल दिख रही है.
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डॉ. अशोक चौधरी भी इस मैदान में कूद गये हैं. अशोक चौधरी का कहना है कि बिहार के कांग्रेस नेताओं को उम्मीदवार को विजयी बनाने की जिम्मेदारी लेनी होगी. हालांकि उन्होंने कहा कि सिर्फ गठबंधन के सहयोगी दल से टिकट ले लेने भर से कांग्रेस के वर्तमान नेताओं का काम खत्म नहीं हो जाता. अशोक चौधरी ने साफ कहा है कि इसके लिए स्थानीय कांग्रेस नेताओं को जी जाना से लगना होगा.
इस तरह से किसी उम्मीदवार को जीत नहीं मिलेगी. वहीं दूसरी ओर पार्टी नेताओं द्वारा उम्मीदवार पर सवाल खड़े किये जाने के बाद कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी ने पलटवार करते हुए कहा है कि कुछ लोग इसलिए शंभू पटेल का विरोध कर रहे हैं कि पहली बार किसी पार्टी के जमीन से जुड़े कार्यकर्ता को टिकट दिया गया है. भभुआ से शंभू पटेल ही चुनाव जीतेंगे. ज्ञात हो कि कांग्रेस ने महागठबंधन से भभुआ सीट लेने के बाद वहां से कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता शंभू पटेल को मैदान में उतारा है, बताया जा रहा है कि शंभू पटेल वरिष्ठ नेता सदानंद सिंह के करीबी हैं. इतना ही नहीं शंभू पटेल को पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार का भी करीबी बताया जाता है. शंभू पटेल का मुकाबला भाजपा की रिंकी रानी पांडेय से है.
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