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बेहतर कार्य के लिए पशु व मत्स्य संसाधन विभाग को मिला स्कॉच पुरस्कार

कृषि / पर्यावरण, बिहार

पिछले तीन वर्षों में राज्य में मछली, मांस अंडा व दूध उत्पादन 18 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा
बेहतर कार्य के लिए पशु व मत्स्य संसाधन विभाग को 2019 का स्कॉच पुरस्कार मिला। गुरुवार को दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में विभाग की सचिव डॉ. एन विजय लक्ष्मी ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। पिछले दो वर्षों में राज्य में दूध, मांस, मछली और अंडा उत्पादन 18 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा है।
2018 में डॉ. एन विजयलक्ष्मी के नेतृत्व में सर्वश्रेष्ट पशुपालन कार्य के लिए विभाग को ग्लोबल एग्रीकल्चर अवार्ड मिला था। पशु व मत्स्य संसाधन विभाग के लिए दोनों पुरस्कार महत्वपूर्ण हैं। चारा घोटाला के बाद यह विभाग काफी दागदार रहा है। विभाग ने पिछले दो वर्षों में दूध उत्पादन में 19.40 प्रतिशत, मांस उत्पादन में 18.22 प्रतिशत, अंडा उत्पादन में 60.06 प्रतिशत और मछली उत्पादन में 18.47 प्रतिशत वृद्धि हुई है। पशुओं के नियमित टीकाकरण भी हुए।
विभाग में रिक्त 581 पशु चिकित्सकों की नियुक्ति हुई। विभागीय अधिकारियों और कमि्रयों के लंबित पदोन्नति मामला का भी निष्पादन हुआ। राज्य में अंडा उत्पादन बढ़ाने के लिए लेयर पॉल्ट्री फार्म एवं बकरीपालन की योजना शुरू हुई। पशुओं के संक्रामक रोग खुरहा, मुंहपका, गलाघोटू, लंगड़ी, ब्रुसेलोसिस का टीका, बकरियों में पीपीआर रोग रोकथाम के लिए पशु स्वास्थ्य रक्षा कार्यक्रम के तहत निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। निशुल्क कृमिनाशक दवाओं का वितरण किया जाता है। पशुओं में नस्ल सुधार के लिए 780 पशुधन विकास केंद्रों की स्वीकृति दी गई है। पूर्णिया में अत्यंत आधुनिक, भारत का सबसे बड़ा फ्रोजेन सीमेन स्टेशन की स्थापना की जा रही है।

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