Comments Off on बिहार में बह रही सियासी बयार; मां राबड़ी के संग हैं तेजप्रताप, तेजस्वी की हो रही तलाश 1

बिहार में बह रही सियासी बयार; मां राबड़ी के संग हैं तेजप्रताप, तेजस्वी की हो रही तलाश

ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, बिहार

सूबे में इन दिनों रमजान के पाक महीने में जहां एक ओर दावत-ए-इफ्तार का सिलसिला जारी है तो वहीं इफ्तार पार्टी के बहाने कई नए समीकरण भी तय होते दिख रहे हैं। राजनीतिक रिश्तों की कड़वाहट को इफ्तार में परोसे जाने वाले व्यंजन कहीं तो मिठास बढ़ा रहे हैं तो कहीं रिश्तों में आई खटास को भी दर्शा रहे हैं।
दावत-ए-इफ्तार में मिटती दिखीं दिलों की दूरियां
दावत-ए-इफ्तार में जहां रिश्तों में बढ़ी दूरियों को मिटाने का प्रयास चल रहा है तो वहीं गहरे रिश्ते के चटखने की भी आवाज साफ सुनाई दे रही है। हम के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार को ताक पर रखकर जदयू की तरफ हाथ बढ़ाया तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी उनका कंधा थाम उन्हें 24 घंटे के भीतर दो बार गले से लगाया।
राबड़ी ने दी थी इफ्तार की पार्टी, साथ दिखे तेजप्रताप-मीसा
राजद की और जदयू की इफ्तार पार्टी एक ही दिन तय थी। इस बार लालू यादव की गैरहाजिरी में पार्टी का पूरा जिम्मा राबड़ी देवी ने अपने कंधे पर ले लिया और शानदार पार्टी दी। उनका हाथ बंटाने के लिए उनसे दूर हुए बड़े बेटे तेजप्रताप यादव भी मां के साथ हो लिए तो वहीं लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद बड़ी बेटी मीसा भारती भी मां के साथ दिखीं।
लालू परिवार की इफ्तार की पार्टी तो शानदार रही, राबड़ी ने सबका खूब आवभगत किया। लेकिन कुछ दिनों से मां और राजनीतिक गलियारे से दूर रहे छोटे बेटे तेदजस्वी यादव कहीं नजर नहीं आए। राजद की इफ्तार पार्टी में सबकी निगाहें तेजस्वी को तलाशती दिखीं। लेकिन तेजस्वी ना तो इफ्तार पार्टी में आए ना ही सोशल मीडिया पर ही नजर आए।
लोग पूछ रहे तेजस्वी हैं कहां…
वहीं, राजद-जदयू की इफ्तार पार्टी के बाद सोमवार को महागठबंधन के घटक दल में शामिल हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने भी इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था, लेकिन इस दावत से भी तेजस्वी यादव नदारद रहे। अब सवाल ये है कि तेजस्वी यादव आखिर हैं कहां?
जब ये सवाल उठा तो कहा गया तेजस्वी दिल्ली में हैं, इसलिए पहुंच नहीं सके। हालांकि, इफ्तार पार्टी में राजद सुप्रीमो लालू की अनुपस्थिति में पहली बार राबड़ी देवी, लालू यादव की भूमिका में नजर आयीं। राबड़ी देवी ने अपने आवास पर इफ्तार की दावत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी न्योता दिया था, मगर नीतीश कुमार नहीं आए थे।
इफ्तार पार्टी के बाद भाजपा-जदयू में हुआ ट्वीट वार
भाजपा और जदयू के बीच केंद्रीय कैबिनेट में मन माफिक हिस्सेदारी नहीं मिलने के बाद बिहार में भी मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा को जगह नहीं दिए जाने की खबरों और दोनों पार्टियों के बीच आई मनमुटाव की खबरों के बीच पहले नीतीश कुमार से जीतमराम मांझी की मुलाकात, फिर इफ्तार पार्टी में दोबारा दोनों नेताओं की मुलाकात ने नई संभावनाओं के द्वार खोले।
उसके बाद मांझी की अगुआई में राजद की तरफ से भी जदयू के महागठबंधन में शामिल होने के बयान को नए सिरे से देखा जा रहा है। वहीं इस बीच भाजपा नेता गिरिराज सिंह के नीतीश कुमार का नाम लिए बिना उनको लेकर दिए गए विवादित बयान से राजनीतिक खलबली मची हुई है।
गिरिराज के बयान पर जहां जदयू ने करारा जवाब दिया है तो वहीं राजद, कांग्रेस और हम ने भी भाजपा पर हमला बोला है। इन बदलते राजनीतिक समीकरणों के बीच तेजस्वी यादव का राजनीतिक पटल से गायब रहना कई तरह के सवाल पैदा करता है।
चुनाव के नतीजों के कुछ दिन बाद से ही गायब हैं तेजस्वी
लोकसभा चुनाव के परिणाम के सात दिन बाद बिहार में महागठबंधन के नेता, तेजस्वी यादव मीडिया के सामने आए और राजद को मिली करारी हार पर कहा था कि एक चुनाव से सूपड़ा साफ नहीं होता। जिस प्रकार का परिणाम आया उसकी कल्पना या अनुमान हम लोगों को नहीं था और यह टूट होगी, फूट होगी… अफ़वाह हैं। हम लोग एकजुट हैं।
दिखी थी मांझी और तेजस्वी में तल्खी
वहीं बता दें कि लोकसभा चुनाव में हार के बाद हम सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने तेजस्वी को महागठबंधन का नेता मानने से भी इन्कार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि तेजस्वी राजद के नेता हैं, महागठबंधन के नहीं।उसके बाद से ही दोनों नेताओं के बीच तल्खी के आसार नजर आ रहे हैं। लेकिन, अब जबकि जीतनराम मांझी नए समीकरण को लेकर आगे बढ़ रहे हैं तो तेजस्वी को उनका साथ मिलेगा या नहीं, देखना होगा।

Back to Top

Search