

बिहार: भगदड़ में मरने वालों की संख्या हुई 33, अभी भी कई लापता
अपराध, ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, प्रमुख ख़बरें, बड़ी ख़बरें, बिहार October 4, 2014 , by ख़बरें आप तकगांधी मैदान में शुक्रवार देर शाम विजयदशमी के मौके पर पुतला दहन के बाद मची भगदड़ में 42 लोगों की मौत हो गई और सौ से ज्यादा लोगों के घायल हो गए। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है। मृतकों और घायलों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। घायलों को पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है। दो वर्ष पूर्व छठ पर्व के दौरान भी पटना में इसी तरह भगदड़ मची थी लेकिन उससे कोई सबक न लेते हुए इस बार भी प्रशासन की इंतजाम नाकाफी थे। हादसे के बाद नाराज लोगों ने घटनास्थल पर और पीएमसीएच के बाहर हंगामा किया। गृह मंत्रालय ने हादसे पर रिपोर्ट तलब की है।
पांच लाख से ज्यादा की भीड़ से खचाखच भरे गांधी मैदान में 60 फीट ऊंचा रावण का पुतला बनाया गया था। पुतला दहन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी शिरकत की थी। बताया गया है कि रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतलों में आग लगने के बाद जैसे ही लोग मैदान से बाहर जाने लगे, तभी भगदड़ मची। मैदान के अंतर्गत रामगुलाम चौक के नजदीक मची भगदड़ में अंधेरा होने के कारण लोग चपेट में आते चले गए। बताते हैं कि भगदड़ बिजली का तार टूटने की अफवाह फैलने के बाद मची। सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने स्थिति पर काबू पाने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। घटना के बाद बचाव के उपाय न होने से लोगों में काफी आक्रोश था। वे हंगामे पर उतारू हो गए। मुख्यमंत्री ने घटना की जांच का आदेश दिया है। गृह सचिव और एडीजी घटना की जांच करेंगे।
भगदड़ के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी और हंगामे का माहौल बन गया। दूर तक लोगों के चप्पल-जूते बिखरे पड़े थे। रावण वध देखने आने वालों के सगे संबंधी भी घटनास्थल की ओर भागे आ रहे थे। विजयदशमी और नवमी एक ही दिन होने की वजह से पंडालों में दुर्गा प्रतिमा देखने के लिए भी पटना की सड़कों पर भारी भीड़ थी। विजयदशमी पर गांधी मैदान में हर वर्ष काफी भीड़ होती है। पटना ही नहीं आसपास के गांवों-कस्बों के लोग भी इस आयोजन में भाग लेने के लिए गांधी मैदान आते हैं। प्रशासन ने भारी भीड़ को नियंत्रित करने के उपायों पर ध्यान नहीं दिया। यह वही गांधी मैदान है जहां पर अक्टूबर, 2013 में नरेंद्र मोदी की रैली हुई थी और उस दौरान बम विस्फोट हुए थे। बावजूद इस सबके प्रशासन ने कोई सतर्कता नहीं बरती।
हेल्पलाइन नंबर:
हादसे के बाद पटना प्रशासन ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं जिनसे पीड़ितों के बारे में जानकारी ली जा सकती है–
0612-2219810 और 09431800675
मोदी ने शोक जताया, दो-दो लाख मदद दी:
पटना के गांधी मैदान में दशहरा उत्सव के बाद मची भगदड़ ने देश के माहौल को गमगीन बना दिया। भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संवेदना जतायी है।
प्रधानमंत्री ने घटना के बाद बिहार के मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से फोन पर बात करके घटना का ब्योरा लिया। मोदी ने मृतक आश्रितों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता का एलान किया है।
मुख्यमंत्री मांझी ने मृतक आश्रितों के लिए तीन-तीन लाख रुपये की सहायता की घोषणा की है।
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