

बिहार को लीची प्रदेश घोषित करे सरकार
कृषि / पर्यावरण, ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, बिहार June 2, 2016 , by ख़बरें आप तकलीची का सीजन है और इस साल लीची की फसल भी खूब हुई है। मुजफ्फरपुर और भागलपुर का नवगछिया क्षेत्र लीची की फसल के पूरे देश में विख्यात हो रहा है। कैसे लीची को पूरे देश में बिहार के फल के रूप में ब्रांडिंग हो और कैसे किसानों को अधिक से अधिक मुनाफा मिले। कैसे लीची को लाभकारी फसल बनाएं। इन्हीं विषयों पर बिहार कृषि विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हो रहा है। सेमिनार में एक सुर से मांग उठी कि बिहार को लीची प्रदेश घोषित किया जाए।
हार्टिकल्चर सोसायटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पद्मश्री के एल चड्ढा ने कहा कि बिहार को लीची प्रदेश घोषित करना चाहिए तभी लीची उत्पादन को बढ़ावा मिल सकता है। उन्होंने कहा कि बिहार में लीची के उत्पादन की अधिक संभावना है। इसके क्षेत्र का विस्तार होना चाहिए। जिन क्षेत्रों में लीची का उत्पादन नहीं हो रहा है वहां भी पौधे लगाने चाहिए। लीची के कई प्रकार होते हैं। बेहतर उत्पादन के लिए मिट्टी के हिसाब से लीची के पौधों का चयन करना होगा। सरकार को लीची के लिए प्रसंस्करण (प्रोसेसिंग) की व्यवस्था करनी चाहिए ताकि किसानों को फसल की उचित कीमत मिल सके।
चड्ढा मंगलवार को बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर में आयोजित लीची की गुणवत्ता, निर्यात और उत्पादन विषय पर आयोजित चार दिवसीय सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। सेमिनार को नेशनल रिसर्च सेंटर लीची के निदेशक विशालनाथ ने भी संबोधित किया। सेमिनार में चीन, मोरीसस सहित विभिन्न देशों के वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं। वैज्ञानिकों ने लीची के उत्पादन को और बढ़ाने के संबंध में सुझाव दिये।
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