Comments Off on नैतिकता के आधार पर मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है- नीतीश कुमार 1

नैतिकता के आधार पर मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है- नीतीश कुमार

चुनाव, ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, प्रमुख ख़बरें, बड़ी ख़बरें, बिहार, लोक सभा, विधान सभा

लोकसभा चुनाव में जदयू को मिली करारी शिकस्त के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे दिया है.संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि मैं जनादेश का सम्मान करता हूं. उन्होंने कहा कि चुनाव का मैंने नेतृत्व किया था और जिस तरह के चुनाव परिणाम आये हैं, मैं उनकी जिम्मेदारी लेता हूं. मुझे हार की जिम्मेदारी लेनी भी चाहिए. इसलिए नैतिकता के आधार पर मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है.
मंत्रिपरिषद का इस्तीफा भी सौंप दिया गया है. उन्होंने बताया कि मैंने विधानसभा भंग करने की सिफारिश नहीं की है. इसलिए किसी भी वैकल्पिक सरकार का गठन अभी हो सकता है. उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव विकास के मुद्दे पर नहीं बल्कि व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप लगा कर लड़ा गया.
मैंने आज तक इस तरह का चुनाव नहीं देखा था. उन्होंने कहा कि इस चुनाव का कुछ पक्ष अच्छा नहीं है. लेकिन चुनाव होते हैं और मैं जनादेश का सम्मान करता हूं. नयी सरकार को शुभकामनाएं देता हूं. जैसे सपने युवाओं को दिखाये गये हैं उम्मीद है. वे पूरे किये जायेंगे. कल शाम 4.30 बजे विधायक दल की बैठक है. उसके बाद आगे की रणनीति पर चर्चा की जायेगी. हम अपने नीतियों और सिद्धांतों पर काम करते रहेंगे. उन्होंने कहा कि इस दौरान हमलोगों पर भी तीखी टिप्पणियां की गयी जबकि हमने सारी मर्यादाओं का पालन करते हुए अपना ध्यान मुद्दों पर केंद्रित रखा. हमने जो भी काम किया है उसी के आधार पर हमलोग जनता के बीच गए थे.
लोकसभा चुनाव परिणाम के बारे में नीतीश ने कहा कि वे जनादेश का सम्मान करते हैं और अपेक्षित समर्थन उन्हें नहीं मिला तो उसकी नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है. उन्होंने कहा कि मंत्रिपरिषद का भी त्यागपत्र राज्यपाल महोदय को दे दिया गया है जिसकी सूचना वे अब मीडिया को दे रहे हैं.
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पार्टी में नीतीश का विरोध शुरू हो गया था. कल रात नीतीश कुमार ने मंत्रियों के साथ बैठक की थी, संभवत: उसके बाद ही यह निर्णय लिया गया. बिहार में भाजपा का साथ छोड़ने के बाद नीतीश सरकार के पास 114 विधायक थे. कांग्रेस के चार और चार निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार चल रही थी. भाजपा के प्रदेश में 89 और राजद के 24 विधायक हैं.
गौरतलब है कि पहले जदयू की बिहार में 20 सीटें थीं, लेकिन इस चुनाव में जदयू दो सीट पर सिमट गयी. पिछले चुनाव में जदयू और भाजपा का गंठबंधन था, लेकिन इस चुनाव में जदयू ने अकेले चुनाव लड़ा था. संभवत: इससे जदयू को हानि हुई.

Back to Top

Search