Comments Off on नीतीश ने सिद्धांतों को त्याग खुद छोड़ी पार्टी की सदस्यता: शरद यादव 1

नीतीश ने सिद्धांतों को त्याग खुद छोड़ी पार्टी की सदस्यता: शरद यादव

आमने सामने, ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, दिल्ली, प्रमुख ख़बरें, बड़ी ख़बरें, बिहार

जदयू में मचे घमासान में शरद यादव और नीतीश कुमार खेमे के बीच स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ने के मुद्दे पर घमासान शुरू हो गया है। नीतीश कुमार खेमा इस मुद्दे पर शरद यादव की राज्यसभा सदस्यता रद्द कराना चाहता है। नीतीश खेमे के नेताओं का दावा है कि राजद की रैली में जाकर शरद यादव ने पार्टी के फैसले और संविधान का उल्लंघन किया है और इसे उनका स्वेच्छा से पार्टी छोड़ना माना जाए। वहीं, शरद यादव का कहना है कि नीतीश ने जदयू के बुनियादी सिद्धांतों को त्याग दिया है इससे स्पष्ट है कि उन्होंने स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता छोड़ दी है।
दोनों खेमे में चल रहे पत्र युद्ध में शरद यादव ने जदयू के लोकसभा सांसद कौशलेंद्र कुमार के 11 अगस्त को लिखे पत्र के जबाब में नीतीश कुमार पर कड़े प्रहार किए हैं। कौशलेंद्र कुमार ने अपने पत्र में शरद यादव को पार्टी के नेता पद से हटाए जाने की सूचना दी थी। इस पर शरद यादव ने कहा कि इस तरह का पत्र लिखना न तो कौशलेंद्र कुमार के अधिकार क्षेत्र में आता है और न ही वे इसके लिए प्राधिकृत हैं। शरद यादव ने कहा है कि नीतीश कुमार ने खुद ही भाजपा के साथ सरकार बनाकर पार्टी के चुनाव घोषणा पत्र और बुनियादी सिद्धांतों को त्यागकर खुद ही स्वेच्छा से सदस्यता छोड़ दी है।
जदयू सदस्यता समाप्त करने की मांग करेगा : शरद यादव ने कहा है कि चुनाव आयोग के आदेश 1968 के पैरा 15 के तहत आयोग से 25 अगस्त को आग्रह किया गया है कि पार्टी का बहुमत उनके साथ है इसलिए पार्टी का चुनाव चिन्ह उन्हें दिया जाए। इस मामले पर आयोग का फैसला आना बाकी है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार और उनके साथ खड़े नेता पूरी तरह से अवसरवादी हैं और उन्होंने बिहार के लोगों के पवित्र भरोसे को तोड़ा है। गौरतलब है कि शरद यादव खेमे के यह तीखे तेवर नीतीश कुमार खेमे की उनकी सदस्यता रद्द कराने के लिए की जा रही तैयारी को लेकर है। गौरतलब है कि हाल में जदयू महासचिव के. सी. त्यागी ने कहा था कि राज्यसभा में पार्टी के नेता आर. सी. पी. सिंह जल्द ही राज्यसभा के सभापति को एक पत्र देंगे और शरद यादव की सदस्यता समाप्त किए जाने की मांग करेंगे।

Back to Top

Search