Comments Off on नीतीश का नमो को जवाब, कविता की काट में कविता 4

नीतीश का नमो को जवाब, कविता की काट में कविता

आमने सामने, चुनाव, ताज़ा समाचार, प्रमुख ख़बरें

पटना (राज्य ब्यूरो), मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री पद के भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी (नमो) की इस बात को बाकायदा मुद्दा बना लिया है कि ‘बिहार आतंकियों का स्वर्ग है।’ नीतीश इसे बिहारीपन से जोड़ते हुए भाजपा की हवा खराब कर रहे हैं। उन्होंने नमो की बात पर तल्ख एतराज जताते हुए उन पर जोरदार हमला बोला है।

नीतीश ने नमो की कथनी और करनी का फर्क यूं बताया है-‘वो (नमो) कहते तो हैं कि बिहार को विशेष दर्जा दिलाएंगे पर प्रचारित करते हैं कि बिहार आतंकवादियों का हब है। हमारे राज्य के युवा मेहनती हैं, ईमानदार हैं, देश से प्रेम करते हैं पर ये लोग (भाजपाई) उन पर आतंकवाद का लेबल चिपका रहे हैं। .. वो सेक्यूलर हैं, ऐसा चीख-चीख कर सुना रहे हैं। चलिए, इसी बात पर उनको ऑस्कर 2014 दिलवा दीजिये।’

अपने फेसबुक पर नीतीश ने अपने बारे में लिखा है-‘जो वषरें से दिन-रात दुनिया जहान से सिर्फ इसलिए लड़ रहा हो कि बिहार के युवाओं का भविष्य बना सके, उसे वो (नमो) कहते हैं कि बिहार को आगे नहीं बढ़ा सकता। विशेष राज्य के दर्जे की लड़ाई बिहार के युवाओं का भविष्य बनाने की लड़ाई है। भाजपा ने सीमाध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिलाया, बिहार में रेल रुकवाया और झूठ का भाषण पिलाया।’

नमो को जवाब के क्रम में नीतीश कुमार ने एक कविता का जिक्र किया है-”सरासर झूठ बोले जा रहा है

हुंकारी भी अलग भरवा रहा है

ये बंदर नाचता बस दो मिनट है ज्यादा पेट ही दिखला रहा है

दलालों ने भी ये नारा लगाया हमारा मुल्क बेचा जा रहा है

मैं उस बच्चे पे हंसता भी न कैसे धंसाकर आख जो डरवा रहा है

तुझे तो ब्याज की चिन्ता नहीं है

है जिसका मूल वो शरमा रहा है

सुना है आजकल तेरे शहर में जो सच्चा है वही घबरा रहा है।”

नीतीश के अनुसार बापू ने सत्य और अहिंसा का लोहा मनवाया, जो उनके सिद्धातों को समझ नहीं सकते, अपना नहीं सकते वो लोहे के पटेल से देश को लुभा रहे हैं। देश लोहे से एक नहीं होता, सामाजिक समरसता से एक होता है। इसलिए कहते हैं कि एक-एक ऑस्कर इन्हें भी दीजिए।

नीतीश ने फेसबुक पर एक और कविता दर्ज की है-

‘झूठ के शो-रूम के सामने

सच की भी एक छोटी-सी रेहड़ी लगती है

सच पर हमेशा

बैठा दिया जाता है पहरा

और

झूठ के पास चतुर सेल्समैन

जो हर ग्राहक को

जरूरतानुसार बेचता है झूठ।’

एक तीसरी कविता भी है-

‘शहजादा शहजादा कह कर देश को ख़ूब बेवकूफ बनाए साहेब

इस झासे में हिमाचल से लेकर बिहार तक वंशवाद फैलाए साहेब

भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर नारे लगाये भी लगवाये भी

पर मौका मिलते ही तमिलनाडु कर्नाटक बिहार से भ्रष्ट नेताओं को संग लाये भी

सियासत की खिचड़ी ऐसे ही पकाई जाती है

लोग जो सुनना चाहें, दलील वही सुनाई जाती है

सिद्धातों के दलदल में कौन पड़ कर हलाल हो

वोट बटोरने है कैसे भी, झासे देने का नहीं कोई मलाल हो।’

बोले नीतीश

बोल्ड :-”उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम यानी देश के किसी भी हिस्से में चले जाइए, बिहारी देश-समाज का सबसे मुश्किल व बुनियादी काम करते मिलेंगे। हम (बिहारी) हर घंटे, हर दिन भारत निर्माण में लगे हैं। किसी की भी यह नैतिकता नहीं है कि वह बिहार या बिहारी को मजाक का पात्र बनाए। कोई भी इस गरीब प्रदेश के हक व अपेक्षाओं को नजरअंदाज नहीं कर सकता है।”

-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री.

Back to Top

Search