Comments Off on नकवी मेरे पति साबिर पर लगाए आरोप का सबूत दें या माफी मांगे,नहीं तो धरने पर बैठुगी-यास्‍मीन 10

नकवी मेरे पति साबिर पर लगाए आरोप का सबूत दें या माफी मांगे,नहीं तो धरने पर बैठुगी-यास्‍मीन

चुनाव, ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, दिल्ली, प्रमुख ख़बरें, बड़ी ख़बरें, बिहार, मुम्बई, लोक सभा

बीजेपी से बाहर किए गए साबिर अली की पत्‍नी ने पार्टी उपाध्‍यक्ष मुख्‍तार अब्‍बास नकवी पर हमला बोल दिया है। उन्‍होंने कहा है कि नकवी ने मेरे पति साबिर पर जो आरोप लगाए हैं, वे उनका सबूत दें या माफी मांगे। यास्‍मीन ने कहा कि यदि नकवी ने 24 घंटे के भीतर माफी नहीं मांगी, तो वे नकवी के जाएंगी।
वहीं साबिर अली ने भी आरोपों को ले घर के बाहर धरने पर बैठकर नकवी पर हमला बोला है। साबिर ने कहा है, ‘ जो इल्‍जाम नकवी ने मेरे ऊपर लगाए हैं, ऐसा इल्‍जाम आज तक मेरे ऊपर नहीं लगा है। उन्‍होंने कहा कि उनके ऊपर लगाए गए आरोपों से पूरा परिवार सदमे में है। नकवी ने साबिर अली को आतंकवादी तक करार दे दिया था। उन्‍होंने टि्वटर पर लिखा था कि आतंकवादी यासीन भटकल के दोस्‍त को बीजेपी में शामिल कर लिया गया है। नकवी ने ट्वीट किया था, आतंकवादी भटकल का दोस्त बीजेपी में आ गया है…अब जल्द ही दाऊद भी आएगा।’ इसके बाद नकवी ने एक न्यूज एजेंसी से कहा, ‘साबिर अली का पार्टी में आना एक गलती है। मुझे नहीं लगता राजनाथ सिंह को उनका बैकग्राउंड पता होगा। गलती सुधारने में कुछ भी गलत नहीं है। हम जिन उसूलों के लिए लड़ रहे हैं, उनसे अगर कोई इत्तफाक नहीं रखता तो उसे बीजेपी का हिस्सा नहीं होना चाहिए।’ नकवी ने बाद में अपने ट्वीट को हटा दिया।
बिहार के रक्सौल के रहने वाले साबिर अली ने राजनीतिक कॅरियर की शुरुआत रामविलास पासवान की पार्टी से साल 2005 में की थी। पासवान ने ही साबिर को राज्यसभा भेजा था। 2010 में साबिर की पत्नी यास्मीन विधानसभा का चुनाव लड़ी और हार गईं। इसके बाद साबिर अली पासवान का साथ छोड़कर नीतीश के साथ चले आए। पिछले तीन साल से नीतीश की आवाज बनकर साबिर विरोधियों पर बरसते रहते थे। मोदी के खिलाफ आग उगलने वाले नेताओं की लिस्ट में इनका नाम लिया जाता था। साबिर अली के बारे में कहा जाता है कि वह नीतीश कुमार को फंडिंग करते थे। 2011 में जेडीयू में आने के बाद साबिर अली राज्‍यसभा सांसद निर्वाचित हुए। पार्टी के मुस्लिम चेहरे और प्रवक्‍ता के तौर पर पहचान बनाई।
चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक मुंबई के ग्रांट रोड पर चार करोड़ की जमीन है। मुंबई में ही साबिर और उनकी पत्नी के नाम पर अंधेरी और बांद्रा इलाके में चार करोड़ के आठ घर हैं। इसके अलावा अंधेरी, मलाड और कांदिवली में तीन करोड़ 80 लाख की दुकानें हैं। कुल मिलाकर 2008 के हलफनामे के मुताबिक करीब तेरह करोड़ की संपत्ति का ब्योरा साबिर अली ने चुनाव आयोग को दिया था।

Back to Top

Search