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दागी अधिकारी को बचा रहे हैं केजरीवाल:-अरुण जेटली

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आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर दिल्ली एवं जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। इन आरोपों का जवाब देने के लिए जेटली ने खुद मोर्चा संभाला। पहले ब्लॉग फिर प्रेस कांफ्रेंस कर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने पसंदीदा दागी अधिकारी को बचा रहे हैं। ‘आप’ भ्रष्टाचार में लिप्त लोगों के साथ पकड़ी गई है, इसीलिए बार-बार मेरा नाम लिया जा रहा है।वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि केजरीवाल झूठ बोलने और बदनामी करने में भरोसा करते हैं। वह उन्माद की हद तक ऐसी भाषा बोलते हैं। अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब झूठ बोलना नहीं है। वहीं दूसरी ओर पूरी भाजपा अपने नेता के समर्थन में खड़ी हो गई है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कांफ्रेंस कर केजरीवाल पर हमला बोला।
‘आप’ नेता आशुतोष, संजय सिंह, कुमार विश्वास और राघव चड्ढा ने प्रेस कांफ्रेंस कर वित्त मंत्री अरुण जेटली पर कई आरोप लगाए। उनकी नाक के नीचे डीडीसीए के ठेकों में भारी अनियमितता होती रही। उधर, कांग्रेस ने डीडीसीए में वित्तीय गड़बड़ी की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। साथ ही जेपीसी का अध्यक्ष कीर्ति आजाद को बनाने को कहा।
‘आप’ के सभी आरोप बेबुनियाद हैं। दिल्ली में 40 हजार लोगों की क्षमता वाला स्टेडियम 114 करोड़ रुपये में बनाया गया।- अरुण जेटली, वित्त मंत्री
जेटली के खिलाफ आरोप बड़े गंभीर हैं, स्वतंत्र जांच के लिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए या फिर उन्हें हटा दिया जाना चाहिए ।- अरविंद केजरीवाल, मुख्यमंत्री
डीडीसीए की बैलेंस शीट में अनियमितता है
स्टेडियम के निर्माण में 90 करोड़ का घपला किया गया
अलग अलग नामों से कंपनियां बनाकर गड़बड़ी की गई
16 कंपनियों को एक करोड़ 15 लाख का पेमेंट हुआ, वह भी एक ही काम के लिए
खिलाड़ियों के चयन के लिए कोई नियम नहीं अपनाया गया
जेटली के समर्थन में भाजपा की ओर से स्मृति ईरानी ने प्रेस वार्ता की। उन्होंने कहा कि ‘आप’ जिस रिपोर्ट का हवाला दे रही है, वह डीडीसीए की है और इसकी जांच 2013 में पूर्ववर्ती यूपीए सरकार करवा चुकी है। इसमें जेटली को क्लीनचिट दी गई है।डीडीसीए की ओर से चेतन चौहान ने कहा कि जो भी आरोप लगे हैं, वे सभी बेबुनियाद हैं। डीडीसीए में किसी तरह की वित्तीय गड़बड़ी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि स्टेडियम 114 करोड़ रुपये में बना है। मुंबई और चेन्नई के स्टेडियम करीब 300 करोड़ रुपये में बने। हमने तो दूसरों के मुकाबले कम खर्च में काम किया है। जेटली की वजह से इतना अच्छा स्टेडियम बना।

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