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तांत्रिक के साथ दिखे नीतीश,जेटली ने कहा जब स्थिति बिगड़ती है तो तंत्र मंत्र से फर्क नहीं पड़ता

आमने सामने, बिहार

बिहार चुनाव में अब तंत्र मंत्र भी शुरू हो गया है। भाजपा सांसद गिरिराज सिंह ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक यूट्यूब वीडियो शेयर किया है। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक तांत्रिक के पास देखे जा रहे हैं। हालांकि वीडियो में कोई आवाज स्पष्ट सुनाई नहीं दे रही लेकिन तांत्रिक बाबा ये कहते दिख रहे हैं कि लालू मुर्दाबाद…। लालू से जब इस वीडियो के बारे में पूछा गया तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि वह खुद सबसे बड़े तांत्रिक हैं।
गिरिराज सिंह द्वारा यूट्यूब पर जारी इस वीडियो में नीतीश कुमार के साथ तांत्रिक बाबा के कमरे में सांसद और नीतीश के बेहद करीबी आरसीपी सिंह और मोकामा से चुनाव लड़ रहे नीरज कुमार सिंह मौजूद हैं। वीडियो में हालांकि न तो तांत्रिक बाबा की न ही नीतीश की आवाज स्पष्ट आ रही है। सिर्फ बीच बीच में इतनी आवाज आ रही है तांत्रिक बाबा की, नीतीश जिंदाबाद और लालू मुर्दाबाद। इस वीडियो के माध्यम से गिरिराज सिंह ने ये साफ नहीं किया है कि ये वीडियो कब का है।वैसे सूत्र बताते हैं कि ये वीडियो 2014 का है जब नीतीश लोकसभा चुनाव में जदयू की हार के बाद सीएम पद से हटकर जीतन राम मांझी को बिहार का मुख्यमंत्री बना दिया था।नीतीश के तांत्रिक से मिलने वाले वीडियो पर वित्त मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने कहा, साल पुराना हो या नया, जब स्थिति बिगड़ती है तो तंत्र मंत्र से फर्क नहीं पड़ता। बाबाओं के पास तो बहुत लोग जाते हैं लेकिन सहयोगियों के खिलाफ षड्यंत्र करने के लिए नहीं जाते। अरुण जेटली भी बिहार चुनाव पर पटना में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
कल ही जदयू से भाजपा में शामिल हुए भीम सिंह पर भी वित्त मंत्री ने कहा, कि कई बार मीडिया लोगों से बयान उगलवा लेती है। फिर अब ये मामला नहीं बचता क्योंकि इसके लिए उन्होंने माफी मांग ली थी। गौरतलब हो कि भीम सिंह जब नीतीश सरकार में मंत्री थे तो उन्होंने बयान दिया था, सेना में तो लोग मरने के लिए ही जाते हैं। इस बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था, निर्लज्ज। और कहा था कि सेना के जवानों की शहीद होने पर आंसू नहीं बहा सकते तो कम से कम अपमान तो मत करो। अब सवाल ये है कि भाजपा की ऐसी क्या मजबूरी है कि भीम सिंह जिसने इतना बड़ा शर्मसार करने वाला बयान दिया था उसको पार्टी में क्यों शामिल किया गया।
जेटली ने दाल की महंगाई के मामले पर कहा, दाल की पैदावार पूरी दुनिया में कम हुई है। फिर भी जहां से संभव हो पा रहा है हम मंगा रहे हैं। लेकिन कई राज्यों ने अपने यहां छापेमारी की और जमाखोरों से पिछले तीन दिनों में पचास हजार टन दाल बरामद हुई। अगर बिहार सरकार भी छापेमारी अपने यहां करती तो यहां भी दाल के भाव कम हो सकते थे। लालू यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, वे अर्थव्यवस्था नहीं समझते पर सच्चाई ये है कि अगर बिहार में भी छापेमारी राज्य सरकार करती तो दाल के भाव कम हो सकते हैं।
वित्त मंत्री ने नीतीश कुमार पर भी निशाना साधते हुए कहा, जिसको सजा दिलाई उसी के साथ नीतीश कुमार चले गए। उनका इशारा लालू यादव की ओर था। उन्होंने कहा, जो कुशासन के प्रतीक थे, उसी के साथ नीतीश चले गए। नीतीश ने शिक्षा, रोजगार पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, भाजपा नई सोच, नई राजनीति के साथ बिहार में विकास देगी। नीतीश के शुरुआती विकास पर भी जेटली ने कहा, जब भाजपा जदयू की सरकार बनी तो पहले शुरुआती जरूरी विकास हुए। फिर जब जदयू की नीयत बदली, तो विकास के अगले स्तर का मॉडल नहीं पेश कर पाई नीतीश सरकार।

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