Comments Off on टी-ट्वेंटी विश्व कप: पाक पर भारत की धाक कायम 7

टी-ट्वेंटी विश्व कप: पाक पर भारत की धाक कायम

क्रिकेट जगत, खेल, ताज़ा समाचार, बड़ी ख़बरें

मीरपुर: स्पिनरों ने टर्निंग पिच पर अपना जलवा दिखाया तो शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने अपनी जिम्मेदारी अच्छी तरह से निभायी जिससे भारत ने यहां अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को सात विकेट से करारी शिकस्त देकर आईसीसी विश्व टी20 चैंपियनशिप में अपने अभियान का शाही आगाज किया.
महेंद्र सिंह धौनी का तीन विशेषज्ञ स्पिनरों, अमित मिश्र (22 रन देकर दो विकेट), रविंद्र जडेजा (18 रन देकर एक विकेट) और रविचंद्रन अश्विन (23 रन देकर कोई विकेट नहीं) के साथ खेलने और धीमे विकेट पर पहले गेंदबाजी का फैसला सही साबित हुआ. पाकिस्तान की टीम सात विकेट पर केवल 130 रन ही बना पायी. उसकी तरफ से उमर अकमल ने सर्वाधिक 33 रन बनाये.
शिखर धवन (28 गेंद पर 30 रन) और रोहित शर्मा (21 गेंद पर 24 रन) ने पहले विकेट के लिये आठ ओवर में 54 रन जोडकर भारत को अच्छी शुरुआत दिलायी. भारत ने बीच में 11 रन के अंदर तीन विकेट गंवाये लेकिन विराट कोहली (32 गेंद पर नाबाद 36) और सुरेश रैना (28 गेंद पर नाबाद 35) ने चौथे विकेट के लिये 66 रन की अटूट साझेदारी करके पाकिस्तानी स्पिनरों को कुंद किया. भारत ने 18 . 3 ओवर में तीन विकेट पर 131 रन बनाये.भारत ने इस तरह से एकदिवसीय और टी20 विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ अपना शत प्रतिशत रिकार्ड भी बरकरार रखा. भारत अगला मैच 23 मार्च को वेस्टइंडीज से खेलेगा. अपेक्षाकृत कम लक्ष्य के सामने शिखर और रोहित ने शुरु में थोडा सतर्कता बरती. पहले तीन ओवर में केवल सात रन बने. जब पाकिस्तान को लग रहा था कि उसकी शुरुआत अच्छी है तब रोहित ने चौथे ओवर में जुनैद की पहली दो गेंदों पर चौका और छक्का जड दिया. धवन बहुत सहज होकर नहीं खेल पा रहे थे लेकिन उन्होंने पाकिस्तान के तुरुप के इक्के सईद अजमल पर तीन चौके लगाकर अपना आत्मविश्वास बढाया.
मोहम्मद हफीज के पावरप्ले के आखिरी ओवर में उमर गुल को याद करना पडा जिन्हें अक्सर दसवें ओवर के बाद गेंद सौंपी जाती रही है. गुल ने शार्ट पिच गेंदों से धवन को परेशान करने की कोशिश की लेकिन बायें हाथ का बल्लेबाज आखिर में उन पर चौका जडने में सफल रहा. रोहित ने भी गुल के अगले ओवर में लांग आन पर छक्का लगाया लेकिन धवन फिर से शार्ट पिच गेंद पर अति उत्साही शाट लगाने के प्रयास में फाइन लेग पर कैच दे बैठे. उन्होंने अपनी पारी में कुल पांच चौक लगाये.
कोहली ने शाहिद अफरीदी पर चौका जडकर खाता खोला, लेकिन अजमल को भी पिच से अच्छी मदद मिल रही थी और उनकी टर्न लेती गेंद रोहित के निचले हिस्से को चूमकर विकेटों में समा गयी. युवराज सिंह (1) से काफी उम्मीद थी लेकिन बिलावल भट्टी ने उनका आफ स्टंप हिला दिया.
रैना ने भट्टी पर चौका लगाकर खाता खोला. जब वह सात रन पर थे तब हफीज की गेंद पर स्लिप में अफरीदी उनका कैच नहीं ले पाये थे. बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने भट्टी के अगले ओवर में दो चौके जडकर इसका जश्न मनाया. इस बीच कोहली ने हफीज की मिडविकेट पर छह रन के लिये भेजी और फिर अफरीदी पर दो चौके जडे.
रैना को फिर से जीवनदान मिला. उन्होंने इसके बाद गुल की अगली गेंद पर छक्का जडकर स्कोर बराकर किया और फिर विजयी रन लिया. इन दोनों बल्लेबाजों ने अपनी पारी में बराबर चार चौके और एक एक छक्का लगाया.
इससे पहले भारतीय स्पिनरों का जादू चला. अश्विन ने जहां राउंड द विकेट गेंदबाजी करके बल्लेबाजों को किसी तरह से शाट लगाने का मौका नहीं दिया वहीं जडेजा ने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की. मिश्र ने भी अपनी फ्लाइट लेती लेग ब्रेक और लेंथ में विविधता लाकर बल्लेबाजों को परेशान किया. धोनी ने अपने गंेदबाजों को अच्छी तरह से रोटेट किया. उन्होंने लगातार उनके छोर बदले.
कामरान अकमल ने शुरु में दो चौके लगाये लेकिन अपने साथी अहमद शहजाद के साथ गफलत के कारण वह रन आउट हो गये. शहजाद आधी क्रीज पर आने के बाद वापस लौट गये. अकमल के पास वापस लौटने का समय नहीं था और भुवनेश्वर ने उन्हें रन आउट कर दिया. कप्तान मोहम्मद हफीज (22 गेंद पर 15) किसी भी समय सहज नहीं दिखे. उन्हें पांच रन पर ही पवेलियन लौट जाना चाहिए था लेकिन मोहम्मद शमी की गेंद पर गलत टाइमिंग से किया गया उनके पुल को युवराज डाइव लगाकर भी कैच में नहीं बदल पाये.
भारत को हालांकि यह महंगा नहीं पडा. हफीज ने जडेजा पर बडा शाट खेलने के प्रयास में हवा में गेंद लहरा दी जिसे भुवनेश्वर ने आसानी से कैच कर दिया.शहजाद (17 गेंद पर 22 रन) ने शुरु में अच्छा खेल दिखाया लेकिन मिश्र की खूबसूरत लेग ब्रेक पर वह पूरी तरह से चूक गये और बाकी काम विकेट के पीछे खडे धोनी ने कर दिया. शोएब मलिक (18) ने मिश्र पर छक्का जडकर शुरुआत की. उन्होंने उमर अकमल के साथ सात ओवर में 50 रन जोडे.
मलिक जब 14 रन पर थे तब अश्विन की गेंद पर भुवनेश्वर उनका कैच नहीं ले पाये लेकिन मिश्र ने उन्हें लांग आफ पर रैना के हाथों कैच कराकर बदला ले लिया. उमर अकमल अच्छे टच में दिखे लेकिन वह बडी पारी नहीं खेल पाये. रैना ने शमी की गेंद पर उनका कैच भी लिया.
अफरीदी (8) से बडी उम्मीद थी लेकिन भुवनेश्वर पर स्वीप करने के प्रयास में उन्होंने डीप में रैना को कैच थमा दिया. रैना का यह तीसरा कैच था. वह टी20 विश्व कप में दो बार तीन कैच लेने वाले पहले क्षेत्ररक्षक बन गये हैं. उन्होंने 2012 में कोलंबो में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी यह कारनामा किया था.
शोएब मकसूद (11 गेंद पर 21 रन) ने शमी पर छक्का जडा लेकिन इससे पाकिस्तान अच्छे स्कोर तक नहीं पहुंच पाया.

Back to Top

Search