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छिटपुट हिंसा के बीच संपन्न हुआ अंतिम चरण

कोलकत्ता, चुनाव, विधान सभा

गुरुवार को विधानसभा के छठे और अंतिम चरण का मतदान संपन्न हो गया. पूर्व मेदिनीपुर की 16 और कूचबिहार की नौ सीटों पर शाम पांच बजे तक औसतन 84.24 फीसदी मतदान हुआ. मत प्रतिशत और बढ़ सकता है, क्योंकि मतदान शाम छह बजे तक हुआ. अंतिम चरण का मतदान संपन्न होने के साथ ही राज्य में मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गयी. अब मतगणना पर निगाहें टिक गयी हैं. वोटों की गिनती 19 मई को होगी.
छिटपुट हिंसा और झड़प के बीच विधानसभा चुनाव के छठे और अंतिम चरण का मतदान गुरुवार को समाप्त हो गया. शाम पांच बजे तक कूचबिहार व पूर्व मेदिनीपुर में औसतन 84.24 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. कूचबिहार में 82.71 फीसदी और पूर्व मेदिनीपुर में 85.09 फीसदी मतदान हुआ. मतदान के दौरान हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई. इन दो जिलों में कड़ी सुरक्षा के बीच 25 निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ था.58 लाख से ज्यादा मतदाताओं के लिए 6774 मतदान केंद्र बनाये गये थे.
अंतिम चरण के मतदान के बाद 18 महिलाओं सहित 170 उम्मीदवारों की किस्मत इवीएम में बंद हो गयी. इसके साथ ही आजादी के बाद यह पहली बार है, जब कूचबिहार की सीमावर्ती बस्तियों के निवासियों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. पिछले साल इन बस्तियों का विलय भारतीय क्षेत्र में होने के बाद ऐसा संभव हो पाया है.
पुलिस ने कहा कि मतदान के दौरान 30 गिरफ्तारियां हुईं, जिसमें से 29 एहतियाती थीं. पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के सभी मामलों की जांच राज्य पुलिस द्वारा की जायेगी क्योंकि सभी केंद्रीय बलों की शुक्रवार से राज्य से रवानगी शुरू हो जायेगी. राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने कहा कि हम चुनाव बाद हिंसा की रिपोर्ट मिलने के बाद अतिरिक्त राज्य पुलिस बल कर्मी भेज रहे हैं. राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी सुनील गुप्ता ने कहा कि पहली बार मतदान करने वालों के बीच उत्साह देखा गया क्योंकि उनमें से 80 प्रतिशत से अधिक मतदान करने के लिए बूथ पर आये. आयोग को 1500 से अधिक शिकायतें मिलीं जिसमें 40 का निस्तारण लंबित है. पूर्वी मेदिनीपुर के भूपतिनगर में मतदाताओं को अपहृत करने की शिकायत मिली जबकि कोलाघाट में एक मतदाता ने शिकायत की कि जब वह मतदान करने के लिए गया तब उस पर हमला किया गया और यहां तक कि उसकी सोने की अंगूठी भी छीन ली गयी.
चुनाव आयोग ने दो जिलों में मतदान के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी. चुनावी पैनल ने केंद्रीय बलों की 361 कंपनियां तैनात की थी. इनमें पूर्व मेदिनीपुर में 238 और कूचबिहार में 123 कंपनियां तैनात थीं. उन्हें राज्य पुलिस के 12000 जवानों का सहयोग प्राप्त था. मतदान के दिन पूर्व मेदिनीपुर में सांसद व नंदीग्राम के तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार शुभेंदू अधिकारी के साथ केंद्रीय वाहिनी के जवानों की बहस हुई. कई इलाकों में मतदान केंद्रों के पास एकत्रित लोगों को हटाने के लिए केंद्रीय बलों को लाठीचार्ज करना पड़ा. अपराध दंड संहिता की धारा 144 के तहत मतदान के दिन के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी थी. और लोगों को अवैध रूप से एक स्थान पर जमा होने से रोकने के लिए इस निषेधाज्ञा को सख्ती से लागू किया गया है. मतदान के दौरान केंद्रीय बलों की सतर्कता विशेष रूप से दिखायी दी. कई इलाकों में केंद्रीय बलों ने मतदान केंद्र के पास के तृणमूल कांग्रेस के कैंप को तोड़ दिया तथा मतदान केंद्र के पास जमा स्थानीय लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज भी किया.
कूचबिहार के दिनहाटा से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार उदयन गुहा व नाटाबाड़ी से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार रवींद्रनाथ घोष का भी केंद्रीय बल के जवानों के साथ वाद-विवाद हुआ. घोष मतदाताओं को धमकाते हुए दिखायी दिये तथा तृणमूल समर्थक को थप्पड़ मारने की घटना घटी. गुहा की उपस्थिति में छप्पा वोट डालने का आरोप लगा. जानकारी के अनुसार, चुनाव आयोग ने दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.
मेखलीगंज. कूचबिहार जिले की नौ विधानसभा सीटों पर गुरुवार को मतदान के दौरान नये मतदाताओं का जोश देखने लायक था. हाल ही में भारतीय नागरिक बने छीटमहलवासियों की खुशी देखते ही बनती थी. यह सभी लोग पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमला कर रहे थे. इनमें से असगर अली नाम के 103 वर्षीय बुजुर्ग भी शामिल हैं. पहली बार वोट देकर उन्होंने अपनी खुशी प्रकट की. उन्होंने इसके लिए अल्लाह का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कूचबिहार के दिनहाटा स्थित मशालडांगा के मनसब सेओगुड़ी प्राथमिक स्कूल के मतदान केंद्र पर पहली बार वोट डाला. उन्होंने कहा कि अल्लाह ने इसी दिन के लिए उन्हें अब तक बचाये रखा. अब यदि मौत भी हो जाती है, तो उन्हें कोई अफसोस नहीं होगा. असगर अली ने आगे कहा कि उन्होंने भारत को स्वतंत्र होते हुए देखा, बांग्लादेश की भी स्वतंत्रता देखी. दो देशों की आजादी देखने के बाद भी वह कभी भी आजाद नहीं हुए. कुछ महीने पहले तक वह गुलाम थे. अब भारतीय नागरिकता मिलने तथा वोट देने के बाद लग रहा है कि वह अब जाकर आजाद हुए हैं. असगर अली के नाती जैनाल अाबेदीन ने कहा कि परिवार के सभी लोग भारतीय नागरिक बनकर तथा वोट देकर काफी खुश हैं. चुनाव आयोग की तरफ से कूचबिहार के एडीएम आयशा रानी तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने असगर अली से मुलाकात की. एडीएम ने कहा कि इतने बुजुर्ग नागरिक को वोट देते देखकर उन्हें भी काफी खुशी हो रही है.
अंतिम चरण में ;84.24
पूर्व मेदिनीपुर 85.09
कूचबिहार 82.71
मतदान प्रतिशत
चरण वोट (%) सीटें
प्रथम (पहला दौर) 80.92 18
प्रथम (दूसरा दौर) 80.00 31
दूसरा 80.00 56
तीसरा 79.22 62
चौथा 81.25 49
पांचवां चरण 81.66 53
अंतिम चरण 84.24 25

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