घर का यह कोना होता है बेहद खास, जानिए इस दिशा में क्या करें और न क्या करें
ऑडियो, विडियो July 22, 2022वास्तु शास्त्र में दिशाओं के अनुसार कार्य करने से हमेशा वांछित फल मिलता है। आज बात करते हैं उत्तर-पूर्व दिशा की। वास्तु में उत्तर और पूर्व के बीच की दिशा को उत्तर पूर्व कोण कहा जाता है। यह दिशा-क्षेत्र किसी भी भवन का सबसे पवित्र स्थान होता है जिसमें भगवान का वास होता है।
ऐसा माना जाता है कि घर के ईशान कोण को हमेशा साफ रखना चाहिए ताकि घर में सुख, शांति, स्वास्थ्य और लक्ष्मी का वास हो। ईशान भी भगवान शिव का एक नाम है और उनका स्थान उत्तर-पूर्व दिशा में है। इसलिए घर में भी इस दिशा का प्रयोग केवल मंदिर या पूजा के लिए ही किया जाता है। वास्तु के अनुसार इस जगह के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
ईशान कोण पर कोई भारी चीज नहीं रखनी चाहिए
वास्तु के अनुसार भूल कर भी घर के ईशान कोण में कोई भारी चीज नहीं रखनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि अगर आप इस स्थान पर कोई भारी चीज रखते हैं तो सकारात्मक ऊर्जा का संचार बंद हो जाता है जिससे आपको धन की हानि हो सकती है। इसलिए इस जगह पर भारी अलमारी, स्टोर रूम आदि बनाने से बचें।
जूते-चप्पल का स्टैन्ड भूलकर भी न रखें
घर की इस दिशा को सबसे पवित्र माना जाता है और यहां भगवान का वास माना जाता है। इसलिए इस स्थान पर कभी भी जूते, चप्पल या कचरा एकत्र न करें। ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और घर में परेशानियां आने लगती हैं।
इस दिशा में नहीं बनाना चाहिए शौचालय
घर के ईशान कोण में भूलकर भी शौचालय नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करने से आपको शारीरिक और मानसिक परेशानी हो सकती है। और आपकी जमा राशि इलाज पर खर्च होने लगती है।
नवविवाहित जोड़ का बेडरूम इस दिशा में नहीं होना चाहिए
नवविवाहित जोड़े का बेडरूम मुख्य रूप से घर के ईशान कोण में नहीं बनवाना चाहिए। ऐसा करने से आपसी संबंधों में मनमुटाव आता है और बेवजह की परेशानियां बढ़ने लगती हैं।
ईशान कोण में पूजा घर बनवाएं
अगर आप घर में सुख चाहते हैं तो घर के ईशान कोण में पूजा का स्थान बना लें। इस स्थान पर की जाने वाली पूजा भगवान को हमेशा स्वीकार्य होती है और इससे घर में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है।
इस दिशा की तरफ रखें विशेष साफ-सफाई
घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए इस दिशा क्षेत्र को साफ रखना चाहिए ताकि घर में नकारात्मक ऊर्जा न आए।
छात्रों के लिए विशेष शुभ है ईशान कोण
इस दिशा को ध्यान की दिशा माना जाता है, इसलिए बच्चों का वाचनालय हमेशा ईशान कोण में होना चाहिए। इस दिशा में पढ़ाई करने से फोकस करने में मदद मिलती है। इस दिशा में तुलसी और केले का पौधा लगाकर नियमित रूप से उनकी पूजा करने से भी आपको आर्थिक लाभ मिलेगा।
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