अब बड़े आयोजनों के लिए जरूरी होगी मुख्य सचिव की अनुमति, दियारे में ऐसे कार्यक्रम नहीं
ताज़ा ख़बर, ताज़ा समाचार, बिहार January 17, 2017 , by ख़बरें आप तकमुख्यमंत्री बोले. नाव हादसे के एक-एक पहलू की होगी जांच, िकसी कीमत पर दोषी नहीं बचेंगे मकर संक्रांति पर हुए नाव हादसे से व्यथित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस घटना से मुझे गहरा सदमा लगा है. सभी लोग दुखी हैं. अब बड़ा आयोजन करने के लिए मुख्य सचिव की अनुमति जरूरी होगी. इसके लिए नियम बनाये जायेंगे. जहां तय एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिड्योर) का पूरी तरह पालन होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि दियारे में अब इस तरह के आयोजन की अनुमति नहीं दी जायेगी. दियारे को लेकर मापदंड तय किये जायेंगे.
मुख्यमंत्री सोमवार को लोक संवाद कार्यक्रम के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने कहा कि जांच में दोषी पाये जानेवालों के विरुद्ध कार्रवाई होगी. इस तरह के आयोजन में हर पहलू की जांच होनी चाहिए. मेरे स्तर पर होनेवाले कार्यक्रम की तैयारियों की मॉनीटरिंग और समीक्षा समय-समय पर की जाती है. इसी का परिणाम है कि प्रकाश पर्व और कालचक्र पूजा का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया. इसकी चारों तरफ से प्रशंसा हुई.
हर कार्यक्रम तो मेरे स्तर पर होता नहीं है. एक चूक ने सारी चीजों को पीछे की ओर धकेल दिया. इससे आप मेरी मन: स्थिति की कल्पना कर सकते हैं. अब भविष्य में ऐसी घटना न हो, यह सतर्कता रहेगी. पहले से भी एसओपी बना हुआ है. देखा जायेगा कि इसमें और क्या परिवर्तन करना होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे की जांच की जिम्मेवारी पटना के डीआइजी शालीन और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को दी गयी है. उन्होंने कहा कि जैसे ही मुझे घटना की जानकारी मिली, मैंने राहत और बचाव का आदेश दिया. घटनास्थल पर प्रत्यय अमृत और पटना के डीएम-एसपी को जाने का निर्देश दिया. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को भरती हुए लोगों के इलाज के इंतजाम के लिए भेजा. पीड़ित परिवार को हम मदद कर रहे हैं.
हर पहलू की गंभीर से होगी जांच
नीतीश कुमार कहा, हादसे की गंभीरतापूर्वक जांच होगी. इसमें देखा जायेगा कि नदी के पार इस तरह के कार्यक्रम के लिए लौटने का इंतजाम किया गया था कि नहीं? ऐसा आयोजन कोई स्वयं कर सकता है कि नहीं? इसके लिए किसी से अनुमति लेना है कि नहीं? जांच में यह देखा जायेगा कि कोई नाव पर कैसे चढ़ रहा था? नाव परिवहन एक्ट के तहत रजिस्टर्ड थी कि नहीं? नावों का परिचालन इस एक्ट के अनुसार होता है कि नहीं? एक-एक पहलू की जांच होगी. ऐसी कोई भी घटना होगी, तो सरकार पर आक्षेप ताे आयेगा ही.
बिहार शरांबबंदी से नशा बंदी की ओर है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि सोमवार को शाम से ही निश्चय यात्रा पर निकल रहा हूं. 21 को बननेवाली मानव शृंखला की तैयारी की जा रही है. डीएम-एसपी को इसकी जिम्मेवारी सौंपी गयी है. शिक्षा विभाग और मुख्य सचिव के स्तर पर इसकी समीक्षा की जा रही है. बिहार अब शराबबंदी से नशाबंदी की ओर बढ़ गया है. 21 जनवरी को इतिहास बनेगा. दो करोड़ लोग 11 हजार किमी की मानव शृंखला बनायेंगे. इसमें विशाल जनमत की एकजुटता का प्रदर्शन होगा.
पर्यटन निगम का आयोजन था
उन्होंने कहा कि यह पर्यटन निगम का आयोजन था. लोगों को विज्ञापन निकाल कर आमंत्रित किया, तो उन्हें लौटने का इंतजाम था कि नहीं, इसकी जांच की जा रही है. वहीं, नाव चलानेवालों को लाइसेंस लेना है. नाववाले लाइसेंस लिया था कि नहीं? निगम ने तैयारी की थी कि नहीं? कितने लोगों की ड्यूटी लगी थी? यह तय है कि सूर्यास्त के बाद नाव का परिचालन नहीं करना है, हम न्यूज में देख रहे थे कि सूर्यास्त के बाद नाव का परिचालन हो रहा है. इसके लिए किसने अनुमति दी? पतंग उत्सव के पास एक डिजनीलैंड का का इंतजाम था, इसके किसने अनुमति दी थी? इसके लिए सुरक्षा का क्या इंतजाम था? दो जिलों का मामला है? उस तरफ सारण है. वहां के डीएम-एसपी से बात कही गयी है.
मेरे फोटो का कैसे हुआ उपयोग, कर रहे पता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस आयोजन में मेरी तसवीर का उपयोग किया गया है. यह साफ तौर पर बता दिया गया है कि बिना अनुमति के मेरे फोटो का उपयोग नहीं किया जायेगा. हम ऑफिस से पता कर रहे हैं कि आखिर किसके आदेश से इस आयोजन में मेरी तसवीर का उपयोग किया गया.
यूपी रेल हादसे के वक्त भाजपा ने कार्यक्रम नहीं टाला था
मानव शृंखला को स्थगित करने संबंधी भाजपा की मांग पर उन्होंने कहा कि यूपी में ट्रेन हादसा हुआ था. सबसे अधिक यूपी के मारे गये थे. बिहार में मैंने रिपोर्ट कार्ड स्थगित कर दिया था. क्या भाजपावालों ने यूपी में अपना कार्यक्रम स्थगित किया था? उन्होंने कहा कि मानव शृंखला एक सामाजिक अभियान और सरकारी कार्यक्रम है. जिनको आना है, कार्यक्रम में आएं, उनका स्वागत है. जो नहीं आयेंगे, उन पर कोई कमेंट नहीं.
सात साल बाद कैबिनेट की बैठक आज राजगीर में
सात साल बाद मंगलवार को राजगीर में कैबिनेट की बैठक होगी. इसमें सड़क परियोजनाओं के लिए जमीन अधिग्रहण समेत दो दर्जन से अधिक एजेंडों पर मुहर लगेगी. इसके पूर्व 29 दिसंबर, 2009 को यहां हुई बैठक में राज्यकर्मियों को छठे वेतनमान का लाभ दिया गया था. कैबिनेट सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने बताया कि कन्वेंशन सेंटर में 11:30 बजे बैठक शुरू होगी. मंत्रियों को वोल्वो बस से ले जाया जायेगा. सीएम वहां गेस्ट हाउस और जू सफारी का शिलान्यास भी करेंगे. शाम में वह जमुई रवाना हो जायेंगे. 18 जनवरी को वहां निश्चय यात्रा है.
मानव शृंखला : 21 को एनएच-एसएच पर सवा दस से तीन बजे तक बंद रहेगा परिचालन
नशामुक्ति अभियान के समर्थन में 21 जनवरी को राज्य भर में बननेवाली मानव शृंखला को लेकर एनएच (नेशनल हाइवे) और एसएच (स्टेट हाइवे) पर करीब पांच घंटे तक परिचालन बंद रहेगा. मानव शृंखला दोपहर 12:15 से एक बजे तक बननी है. इसके शुरू होने से दो घंटे पहले 10:15 से तीन बजे तक वाहनों का परिचालन नहीं होगा. हालांकि, इस दौरान प्रशासन, एंबुलेंस और मीडिया कर्मियों को आने-जाने की छूट रहेगी. इस संबंध में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह और डीजीपी पीके ठाकुर ने सभी जिलों के डीएम-एसपी को निर्देश दे दिया है.
साथ ही उन्हें पंचायतों-प्रखंडों को जोड़नेवाली मानव शृंखला की तैयारी, बच्चों को लाने-पहुंचाने और ट्रैफिक व्यवस्था की जिम्मेदारी भी दी गयी है. सोमवार को प्रेस काॅन्फ्रेंस में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान में होगा. इसमें मानव शृंखला से बिहार का मानचित्र बनाया जायेगा. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी हिस्सा लेंगे.
सभी जिलों के प्रभारी मंत्री और सचिव के नेतृत्व में वहां मानव शृंखला बनायी जायेगी. एनएच-एसएच पर 3007 किमी और उपमार्गों पर 8285 किमी लंबी मानव शृंखला में करीब दो करोड़ लोग शामिल होंगे. इसमें क्लास एक से चार तक के बच्चों को दूर रखा जायेगा. क्लास पांच से कॉलेज-विवि तक के विद्यार्थी, सभी स्तर के जनप्रतिनिधि, सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारी और आम लोगों से इसमें शामिल होने की अपील की गयी है. मुख्य सचिव ने कहा कि सभी पार्टियों ने भी इसमें शामिल होने की बात कही है. यह मानव शृंखला बिहार की है. इसमें किसी दल का झंडा, बैनर नहीं लगेगा. पटना मुख्यालय के अलावा जिला व प्रखंडों में कंट्रोल रूम बनाये जायेंगे और लगातार मॉनीटरिंग की जायेगी. जिस क्षेत्र में आबादी नहीं होगी, वहां लोगों को बसों से पहुंचाया जायेगा.
नशामुक्ति के थीम पर बिहार दिवस
नशामुक्ति को लेकर मानव शृंखला 21 जनवरी को होगी, लेकिन 22 मार्च बिहार दिवस तक जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. बिहार दिवस का थीम इस साल नशामुक्ति पर रहेगा. मानव शृंखला में उत्कृष्ट काम करनेवाले तीन जिलों को बिहार दिवस पर मुख्यमंत्री पुरस्कृत भी करेंगे. इसके लिए मानक भी तय किये गये हैं. जिलों का वातावरण निर्माण, माइक्रो प्लानिंग, निर्धारित मेन रूट, सब रूट की उपलब्धि, दोनों रूट पर निर्धारित उपस्थिति, डाक्यूमेंटेशन के आधार पर चयन किया जायेगा.
नियम तोड़ने पर कार्रवाई
डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि मानव शृंखला के दौरान किसी प्रकार की अफरा-तफरी न हो, इसके लिए प्रयास किया जा रहा है. पूरी मानव शृंखला का रिहर्सल होगा. इसमें शामिल होनेवाले सभी को पहले से पता रहेगा कि किसकी क्या जिम्मेदारी है और उनसे क्या अपेक्षाएं हैं.
जो भी इसका उल्लंघन करेंगे, उन पर त्वरित कार्रवाई की जायेगी.
ड्रोन व हेलीकॉप्टर से होगी वीडियोग्राफी : मानव शृंखला की तैयारियों की ड्रोन से मॉनीटरिंग शुरू कर दी गयी है. सभी जिलों में ड्रोन से और चार हेलीकॉप्टर से राज्य भर की मानव शृंखला की वीडियोग्राफी करायी जायेगी. इसके अलावा सेटेलाइट से भी तसवीर ली जायेगी.
इसके लिए इसरो व नासा से संपर्क किया गया है. साथ ही लिमका बुक ऑफ वर्ल्ड रिकाॅर्ड के लिए भी संपर्क किया गया है. 17 जनवरी से सभी जिलों में नोडल पदाधिकारी भी जा रहे हैं, जो तैयारियों की समीक्षा करेंगे और मानव शृंखला के दिन तक रुकेंगे.
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