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अप्रैल से मयखाने बंद,पूर्ण शराबबंदी की घोषणा

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अप्रैल माह से मयखाने बंद हो जाएंगे। जाम नहीं छलक पाएगा। रसूखदारों की पार्टियों में शैम्पेन की बोतलें नहीं खुलेगी। सरकार के इस निर्णय का चहुंओर स्वागत हो रहा है। लेकिन सबसे अधिक खुशी महिलाओं को है। वे इसे नए युग की शुरूआत बता रहीं हैं। उनका मानना है कि शराब अब उनके घर की सुख-शांति नहीं छीन पाएगा। राजाबाजार मोहल्ले की रहने वाली कल्याणी सिन्हा कहतीं हैं कि मुख्यमंत्री ने कार्यभार संभालते ही महिलाओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण पहल की है। चुनाव में किए वादे को उन्होंने निभाते हुए अप्रैल से पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कर दी है।
सीएम का यह कदम सुंदर समाज बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने आपबीती सुनाते हुए कहा कि बाजार जाने या लौटने के दौरान शराब के नशे में हिलते-डूलते ब्यक्ति को देख उनकी रुह कांप जाती थी। वे भगवान से यही प्रार्थना करते हुए निकलती थी कि रास्ते या बाजार में कोई शराबी न मिल जाए। वहीं सुधा देवी ने कहा कि मैंने शराब के नशे में कई घरों की सुख-शांति समाप्त होते देखा है।
अच्छे खासे खाते-पीते परिवार भी कंगाली के कगार पर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि शराब तो पुरूष पीते हैं। लेकिन उसका सबसे अधिक खामियाजा हम महिलाओं को भुगतना पड़ता है। परिवार का कोई सदस्य अगर इस नशे का आदी हो जाए तो फिर सारे लोग परेशान होकर रह जाते हैं। मुख्यमंत्री ने हम महिलाओं को देखते हुए यह कदम उठाया है। सरगणेशदत्त नगर की श्यामपति देवी ने कहा कि सरकार शराबबंदी के बाद अवैध तरीके से शराब बनाने वालों पर भी नजर रखे। अगर चोरी छुपे शराब बनती और बिकती रहती है तो इस प्रतिबंध का कोई मायने नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि गरीब घर के लोगों को शराब की लत कहीं की नहीं छोड़ती। परिवार के कमाऊ सदस्य की आमदनी का एक चौथाई हिस्सा शराब में ही चला जाता है। उपर से बाल-बच्चों पर भी काफी बुरा असर होता है। बच्चे पिता की आदत की नकल करने लगते हैं।
घर में अगर शराब रखी हो तो उसे धीरे-धीरे चखने लगते हैं। सरकार ने शराबबंदी कर सराहनीय काम किया है। सत्संग नगर की रुबी कुमारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ने साहसिक कदम उठाया है। अखबारों से यह जानकारी मिली कि शराब से चार हजार करोड़ रुपए की आमदनी होने के बावजूद सीएम ने इस पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय कर दूरदर्शी कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने भारतीय संविधान के नीति निर्देशन तत्व को पूरी तरह लागू किया है। सरकार शराब के अलावा अन्य प्रकार के नशीली वस्तुओं जैसे भांग, तंबाकु पर भी रोक लगाए।
कृष्णा नगर की मंजु देवी ने कहा कि शराब के कारण ही चोरी, डकैती और बलात्कार जैसी घटनाओं में वृद्धि हुई है। शराबबंदी से ऐसी घटनाओं पर लगाम लगेगी। सरकार ने एक अच्छा निर्णय लिया है। अक्सर यह सुनने को मिलता है कि शराब की पार्टी के दौरान ही लूट और किसी को उठाने जैसी घटना का प्लान बना था। शराबबंदी से कानून व्यवस्था की स्थिति में भी सुधार आएगा। वहीं रेखा देवी ने कहा कि आज के कम उम्र के लड़कों में शराब फैशन का रुख लेता जा रहा है। बच्चे पढ़ाई की जगह गलत कार्य में पड़ रहे हैं। शराब के कारण ही अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं होती है। शराब पीकर गाड़ी चलाने वाले अक्सर दुर्घटना के शिकार होते हैं। सरकार का यह निर्णय स्वागत योग्य है।

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